Discussion in "Chill out!" started by    Ûž TPS Ûž    Feb 19, 2009.
Thu Feb 19 2009, 10:44 pm
#1
हमे तो अपने ने लूटा
गैरों में कहाँ दम था.
मेरी हड्डी वहाँ टूटी,
जहाँ हॉस्पिटल बन्द था.

मुझे जिस एम्बुलेन्स में डाला,
उसका पेट्रोल ख़त्म था.
मुझे रिक्शे में इसलिए बैठाया,
क्योंकि उसका किराया कम था.

मुझे डॉक्टरों ने उठाया,
नर्सों में कहाँ दम था.
मुझे जिस बेड पर लेटाया,
उसके नीचे बम था.

मुझे तो बम से उड़ाया,
गोली में कहाँ दम था.
और मुझे सड़क में दफनाया,
क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था
Sun Jul 12 2009, 02:11 am
#2


एक कार-दुर्घटना में तीन मित्रों की मृत्यु हो जाती है, और वे स्वयं को स्वर्ग के द्वार पर पाते हैं। प्रवेश करने से पहले, संत पीटर उन तीनों से एक प्रश्न पूछते हैं।

“जब अब तुम्हारी मृत्यु हो चुकी है, और तुम्हारे मित्रगण व कुटुम्ब तुम्हारे बारे में बातें कर रहे हैं, तो तुम उनसे कैसी बातें सुनना पसन्द करोगे?” संत पीटर ने पूछा।

प्रथम सज्जन ने कहा, “मैं उसने यह सुनना चाहूँगा कि वह एक महान डॉक्टर व पारिवारिक व्यक्ति था।”

दूसरे सज्जन ने उत्तर दिया, “मैं सुनना चाहूँगा कि मैं एक बहुत अच्छा पति था, और अच्छा अध्यापक था जिसने हमारे बच्चों में काफी बदलाव लाए।”

अन्तिम सज्जन उत्तर देते हैं, “मैं उनसे यह सुनना चाहूँगा, “देखो! वह चल रहा है!”

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scaneraNom
Sat May 04 2024, 02:21 am
gtaletrzua
Fri May 03 2024, 10:55 am
Clydehet
Wed May 01 2024, 06:44 pm
Davidoried
Wed May 01 2024, 06:11 pm
KevinTab
Sun Apr 28 2024, 05:35 am
Tumergix
Sun Apr 28 2024, 12:59 am
StevenDrulk
Sat Apr 27 2024, 08:47 pm
StephenHauct
Sat Apr 27 2024, 09:38 am